5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in telugu Described

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

मोहिः संभ्रान्तः स्थित्वा शान्तिं न प्राप्नोत्।

शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन

देवनः यदा यदा गच्छति स्म तदा तदा आहूतवान्।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै ॥

संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

स पुत्रं धनं धान्यमित्रं कलत्रं विचित्रं समासाद्य मोक्षं प्रयाति ॥

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

किसी भी वजह से मन read more में कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।

पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *